★मन्दिर में पधारो श्याम मन भगती में★★सोने की थाली में भोजन परोसूं★★धीरे धीरे जीमो श्याम मन भगती में★★सोने की झारी में गंगाजल पानी★★धीरे धीरे पीयो श्याम मन भगती में★★चुन चुन कलियाँ सेज बिछाई★★धीरे धीरे पौढो श्याम मन भगती में★★बाई मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर★★शरन में राखो श्याम मन भगती में★